नई दिल्ली। कोरोना वायरस covid 19 को लेकर पूरी दुनिया में हाहाकार मचा हुआ है। इस महामारी के कारण काफी बड़े-बड़े बदलाव देखने को मिल रहे हैं, जिसकी शायद किसी ने कल्पना तक न की हो। कुछ ऐसे ही बड़े बदलाव की तैयारी में है भारतीय रेलवे । क्योंकि, रेलवे बोर्ड के पास जिस तरह के प्रस्ताव आए है उससे यही अंदाजा लगाया जा रहा है। इस बदलाव में टिकट प्रिंटिंग बंद करने से लेकर TTE की जगह RPF से टिकट चेक कराने तक का प्रस्ताव शामिल हैं।
जानकारी के मुताबिक, रेलवे बोर्ड के पास उसके अलग-अलग जोन से प्रस्ताव आए हैं। इनमें टीटीई की जगह रेलवे पुलिस फोर्स स्टाफ और यात्रा के दौरान ट्रेन में मौजूद टेक्नीशियन से टिकट चेक कराने का प्रस्ताव दिया गया है। वहीं, स्टेशन मास्टर्स से सिग्नल मेंटेनर के रूप में काम कराने का प्रस्ताव दिया गया है। वहीं, एयरलाइंस की तर्ज पर रेलवे टिकट की प्रिटिंग नहीं करने का प्रस्ताव दिया गया है।
ये हैं नये प्रस्ताव
रेलवे टेक्निकल स्टाफ को टिकटों की जांच के साथ-साथ कोचों के रखरखाव की जिम्मेदारी देने का प्रस्ताव दिया गया है। इसके अलावा रिटायरिंग रूम अटेंडेंट और वेटिंग रूम अटेंडेंट को मर्ज करने का प्रस्ताव भी शामिल है। टिकट चेकिंग, आरक्षण और पूछताछ से जुड़े सभी पदों को कमर्शियल डिपार्टमेंट में मर्ज करने का प्रस्ताव दिया गया है। तीन अन्य जोन ने प्रस्ताव दिए हैं कि राजमिस्त्री, प्लंबर, बढ़ई, फिटर, वाल्वमैन और इलेक्ट्रीशियन के पदों को मर्ज कर दिया जाए। साथ ही मेडिकल कैडर के सात श्रेणियों को चार में विलय करने का प्रस्ताव दिया गया है। रेल यात्रियों को भी सेल्फ-टिकट प्रिंटिंग मशीन पर प्रिंट करने की सुविधा देने का प्रस्ताव दिया गया है।
इन सभी प्रस्तावों की जांच रेलवे समिति करेगी। इसके बाद सभी प्रस्तावों को रेलवे बोर्ड के पास भेजा जाएगा। समिति को इस काम को पूरा करने के लिए एक महीने का समय दिया गया है। अगर इन प्रस्तावों को हरी झंडी मिल जाती है तो रेलवे के इतिहास में यह बडा बदलाव होगा। हालांकि, इन प्रस्तावों पर अंतिम मुहर लगना बाकी है।