चंदौली| नवीन कृषि मंडी में ”चंदौली काला चावल समिति” के सदस्यों ने जनपद में उत्पादित 80 मी0 टन काला धान सुखबीर एग्रो एनर्जी लिमिटेड गाज़ीपुर को रु0- 85 प्रति किग्रा की दर से विक्रय किया गया। इस अवसर पर सोमवार की शाम मंडलायुक्त वाराणसी मंडल वाराणसी दीपक अग्रवाल ने कहा कि जनपद चंदौली धान के कटोरा के रूप में पहले से ही जाना जाता है, अब देश व विदेश में काला चावल निर्यातक के रूप में चंदौली को एक अलग पहचान दिलाया जाएगा। मंडलायुक्त ने किसानों से कहा कि खरीफ सीजन में समुचित प्रशिक्षण लेकर किसान भाइयों अधिक से अधिक काला धान की खेती करें, काला धान की उपज का और भी अच्छा मूल्य मिलेगा। किसान भाइयों को भरोसा दिलाया कि आगे आने वाले समय में किसानों द्वारा खुद विक्रय सीधे खरीदारों को किया जायेगा। इसमें कहीं भी बिचौलियों की भूमिका नहीं होगी। इससे किसानों को सीधे लाभ मिलेगा। इस दिशा में प्रसाशन द्वारा प्रयास जारी हैं। मंडलायुक्त ने किसान भाइयों से कहा कि काला चावल निर्यातक के लिए एक सशक्त समिति बनाएं और अच्छी गुणवत्ता वाले चावल के निर्यातक में आगे आये। काला चावल की उचित पैकेजिंग किया जाय ताकि इसे अंतर्राष्ट्रीय बाजार में भी उतारा जाएगा।
जिलाधिकारी श्री नवनीत सिंह चहल ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि जनपद में उत्पादित काला धान का सफलतापूर्वक विक्रय किया जा रहा है आगे हमें और मजबूती से काला धान की खेती कर धान की ब्रांडिंग की आवश्यकता है। समय-समय से कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा किसानों से संपर्क कर प्रशिक्षण दिया जाएगा। ताकि अन्य किसान भाई लोग काला धान की फसलें लगाकर अपनी आय में बढ़ोतरी कर सके। एपीडा वाणिज्य मंत्रालय भारत सरकार के एजीएम डॉ सी बी सिंह द्वारा काला धान के निर्यात की संभावनाओं पर जनपद के किसानों को आश्वासन दिया गया उनके द्वारा यह भी बताया गया कि भारत सरकार की मदद से काले धान का विदेशों में निर्यात किया जाएगा
इस अवसर पर मंडलायुक्त द्वारा काले धान से लोड ट्रकों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। साथ ही मंडलायुक्त ने सुखबीर एग्रो एनर्जी लिमिटेड से प्राप्त धनराशि रु0-68 लाख का डेमो चेक समिति के सदस्यों को प्रदान किया। मंडलायुक्त ने कृषि विभाग एवं जिला प्रशासन के इस कार्य की सराहना की एवं आगामी खरीफ वर्ष 2020 के लिए शुभकामनाएं दी। सुखबीर एग्रो एनर्जी लिमिटेड के महाप्रबंधक द्वारा अवगत कराया गया कि क्रय किए गए काले धान से निर्मित काले चावल को आस्ट्रेलिया निर्यात किया जाएगा। साथ ही उन्होंने कृषकों को यह भी आश्वासन दिया कि निर्यात की मांग के आधार पर अगले वित्तीय वर्ष में गुणवत्तापूर्ण धान और अधिक मूल्य पर क्रय किया जाएगा। उप कृषि निदेशक ने बताया कि आगामी वर्ष में जनपद में लगभग 500 हेक्टेयर में पूर्णतः जैविक एवं गुणवत्तापूर्ण काला धान का उत्पादन प्राप्त करने हेतु कृषकों को प्रशिक्षित किया जाएगा। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी डॉ अभय कुमार श्रीवास्तव, उप जिलाधिकारी सदर विजय कुमार सिंह, उप जिलाधिकारी मुगलसराय कुमार हर्ष, उपायुक्त उद्योग गौरव मिश्रा, एवं एपीडा वाणिज्य मंत्रालय भारत सरकार के एजीएम डॉ सी बी सिंह सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।